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"" किसी ने बड़े कमाल की बात कही है कि एक दिन बरसात गिरी और कान के पास  बस इतना कह गई कि किसी की भी गर्मी ज्यादा दिन नहीं रहती भले ही वो सूरज ही क्यों न हो |""


Hi guys मेरा नाम है Aryan और मै लेकर आया हु एक छोटी सी कहानी . ये कहानी है गांव में रह रहे एक लड़के की जिसकी फेमिली ज्यादा सम्पन्न नहीं थी। जो गरीबी का सामना कर रहा था। उसने काफी दोस्तों से उधार लिया हुआ था। पैसों की कमी थी। लेकिन खुशी  की बात एक दिन तब आयी जब उसे मालुम चला की अगले दिन उसका इंटरव्यू था।

 सहर में ,बहुत अच्छी नौकरी के लिए। अब सबसे बड़ी समस्या  थी कि पहनने के लिए ढंग  के कपडे और शहर जाने के लिए बस का किराया नहीं था। शहर जाना था, वहां के लाइफस्टाइल के हिसाब से  दिखना भी था लगना   नहीं चाहिए की गरीब परिवार से है आगर  ऐसा कुछ हो गया तो नौकरी नही मिलेगी। ऐसे बहुत सारे सवाल उसके जहन में चल रहे थे। उसने दोस्तों से बात की लेकिन बात नहीं बनी, पैसा नहीं मिला। शाम  को अपनी पुरानी सी शर्ट को अपने गद्दे के नीचे दबाकर प्रेस कर ली  और सुबह का इन्तजार करके सोचने लगा कि  जो  होगा वो देखा जायेगा। फाइल अपने तैयार कर ली।


सुबह घर से घर वालों का आश्रीवाद लेकर निकल गया। जेब में एक रुपया नहीं कैसे जायेगा शहर पता नहीं। उस गांव ने एक बस स्टैंड था वहां खड़ा हो गया।  सोच रहा था की किसी से लिफ्ट लेकर चला जाऊँगा। पर बात बनती नहीं दिखी। उसी बस स्टैंड  के पास एक मंदिर था वहां अंदर गया हाथ जोड़े और कहा भगवान मुझे आज नौकरी चाहिए मुझे कुछ नहीं मालुम। मैने पूरी जिंदगी गरीबी  में बिता दी अब मुझसे नहीं होगा। उपरवाले से बात कह कर  मंदिर से बाहर निकला और सीढ़ियों में बैठ कर जूते पहन रहा था।

 उसने देखा की मंदिर के नीचे एक फकीर  भिकारी बैठा था उसके कटोरी में बहुत सारे रुपए  थे। उससे रहा नहीं गया उसने कह दिया की हे भगवान् जिसको जरूरत है उसे तूने दिया नहीं और जिसको जरूरत  नहीं उसे दे दिया। फकीर बाबा ने ये सब सुन लिया उन्होंने उस लड़के से कहा क्या बात है क्यों परेशान हो रहे हो। कुछ चाहिए।  मै  मदद  करू। उस लड़के ने कहा की अरे बाबा आप  क्या मादत  करेंगे। आप तो खुद मांगकर के अपनी जिंदगी बिता रहे है। तो फकीर बाबा ने कहना सुरु किया की बेटा मांगकर के जिंदगी नहीं बिता रहा हूँ।  यहाँ जो लोग आते है वो मुझे पुण्य कमाने के लिए दे जाते है अकेला हूँ। दुनिया में ,एक वक्त का खाना मिल जाय बस वही काफी है। शाम में तो खाना भी नहीं खाता और मुझे दवाइया चाहिए होती  है बस उसके लिए पैसा चाहिए होता है। उसके बाद जो पैसा बचता है; आज तुम्हे बता रहा हूँ , चुप चाप जाकर भगवान् की दानपेटी में डालकर आता हूँ अपने पास कुछ नहीं रखता। 


जब बाबा ने ऐसा बोला  तो लड़के को लगा की बाबा में कुछ तो खास है। ठीक है बाबा आप पर विस्वास कर लेते है बताइये कितनी मदत करेंगे। मुझे तो जाना है आना है शहर का खर्चा भी ! नौकरी के लिए इंटरव्यू देने जा रहा हुँ । पैसा नहीं है इसीलिए परेशान हूँ। फकीर बाबा ने कहा ले जाओ बेटा पांच सौ रुपए ले जाओ जो कुछ मेरे पास है सबकुछ ले जाओ। दुआ करता हुँ , प्राथना करता हुँ कि  तुम्हारी नौकरी लग जाये।  मेरा क्या है आज नहीं तो कल कुछ मिल जायेगा । लड़का बाबा से आश्रीवाद लेकर चला गया। उसका दिन बड़ा अच्छा निकला। शानदार इंटरव्यू हुआ और उसका सिलेक्शन हुआ।  उसे पहली बार नौकरी मिल गई। शहर से मिठाई की अच्छी सी पैकेट खरीदके गाँव आया और सबसे पहले ,अपने मम्मी पापा से पहले उस बाबा को मिठाई खिलाना चाहता था। क्यूंकि असल में तो वो है जिनकी वजह से मुझे नौकरी मिली है। 

दौड़ कर के मंदिर के पास गया तो देखा की भीड़ लगी थी भीड़ को पार करता हुआ आगे बड़ा और देखा की वहां एक लाश पड़ी थी और वो लाश उन्ही फकीर बाबा की थी। ऊपर वाले को कोसने लगा कहने लगा की ये क्या कर दिया ?जिन्होंने मुझे जिंदगी  में रास्ता दिखाया आपने उन्ही को  मुझसे छीन लिया। उनके साथ खुसी भी नहीं बाटने दी। लड़का ऊपर वाले धन्यवाद भी कर रहा था की आपने ही मेरी मदत की है उन्हें मेरी जिंदगी  में पहुंचाकर।  तभी भीड़ से आवाज आयी। कोई व्यक्ति कह रहा था की अच्छा हुआ मर गया।  ये भिकारी कुछ काम के होते भी नहीं है। 


छोटी सी कहानी है लेकिन हमें सिखाती है पहली बात भरोसा करना सीखिए और दूसरी बात आपको भी नहीं मालूम की कब ऊपरवाला आपको किसी का ऊपर वाला बना कर उनकी जिंदगी में भेज दे। इसीलिए भरोसा बहुत  बड़ी चीज है अगर आप पर कोई करता है तो उसे तोड़ियेगा मत और विश्वास रखियेगा की जल्द ही सबकुछ ठीक होगा।  इसी भरोसे के साथ कर दिखाओ ऐसा की दुनिया करना चाहे आपके जैसा। 

kaisi lagi story comment me jaroor bataye......


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