"किसी ने बड़े कमाल की बात कही है की अगर किसी में कमी दिखाई दे तो उससे बात करें लेकिन अगर हर किसी में कमी दिखाई दे तो सबसे पहले खुद से बात करे "
Hi guys मेरा नाम है आर्यन और मै आपके लिए लेकर आया हुं एक छोटी सी कहानी। ये कहानी है दो दोस्तों की पंकज और सुमित जो की पडोसी थे। बचपन से साथ खेले, एक ही स्कूल में गए यहाँ तक की दोनों का एडमिशन एक ही कॉलजे में हुआ और कमाल की बात तो ये रही की दोनों ने मार्केटिंग में साथ में MBA किया। याने की नौकरी भी दोनों सेल्स की ही करना चाहते थे। और सबसे कमाल की बात ये रही की दोस्ती इतनी पक्की थी की एक ही जगह मौका मिल गया। इंटरव्यू देने गए थे दोनों का सिलेक्शन हो गया। दोनों एक ही जगह पर एक ही टाइप का काम करने लगे।
जिंदगी में यहाँ तक तो सब कुछ अच्छा चलता आया था। लकिन यहाँ आकर सब कुछ पलट गया। जो पंकज था वो ग्रो करने लगा। उसकी ग्रोथ होने लगी। उसकी तारीफ हर एम्प्लॉय करता था। बॉस उसकी हर किसी के सामने तारीफ करते थे। मालुम नइ ऐसा क्या था पंकज के अंदर की सब कुछ उसके ज़िंदगी में पलटता जा रहा था। और इसकी वजह से सुमित को अंदर ही अंदर जलन होने लगी की ये क्या चल रहा है। इतना आगे कैसे निकल रहा है इतना ग्रो कैसे कर रहा है। अबकी बार फिर ऐसा हुआ की बॉस ने पंकज का प्रमोशन कर दिया सुमित के हाथ में कुछ नहीं लगा। सुमित ग़ुस्से में था। इसी ग़ुस्से के साथ पहुंच गया बॉस के केबिन में। और जाकर के कहने लगा की ये क्या तरीका है। मुझे तो समझ में नहीं आता यहाँ पर काम क्यों कर रहा हूँ । मुझे यहाँ पर काम करना ही नहीं चाहिए। जब सब कुछ पंकज को ही मिलना है तो एक ही दिन में उसे सबकुछ क्यों नहीं दे देते। में परेशान हो चुका हूँ । कभी कभी तो लगता है की पंकज आपकी चापलूसी करता है आपकी तारीफे करता है इसिलिये `आप उसका बार बार प्रमोशन करते हो ।
जहाँ सुमित ने ग़ुस्से ग़ुस्से में इतने सारे शब्द कह दिए। बॉस को भी ग़ुस्सा आ गया। बॉस ने कहा की अगर मै चाहु तो तुम्हे अभी इस कंपनी से निकाल सकता हूँ । लेकिन में ऐसा नहीं करूँगा। मै जानता हूँ तुम अच्छे हो। मेहनती हो लेकिन अपने दोस्त से जल रहे हो। एक मौका और तुम्हे देता हूँ । आज तुम मार्केटिंग मत करना मतलब किसी कंपनी के पास मत जाना हमारे लिए काम मत करना किसी क्लाइंट के लिए काम मत करना। आज जॉब के बारे में सोचना ही मत। तुम्हे सिर्फ एक टास्क करना है। तुम बाजार में सब्जी मंडी में जाना ,फल वाला ढूढ़ना और आम के दाम पता कर के आना। बस मुझे बताना की आम कितने रुपए किलो मिल सकते है। कोशिश करना की सही दाम मिल जाये।
सुमित ग़ुस्से में भी था निकला ग़ुस्से से ,मन ही मन सोच रहा था की ये क्या टास्क दे दिया बॉस ने। पहुंच गया सब्जी मंडी। जाकर के उसने धूड़ा कोई आम वाला मिला नहीं। एक फल वाला बैठा था पूछा की आम है तो उसके पास आम मिल गए। उससे पूछा की भैया क्या भाव है। उसने कहा पचास रुपए किलो। सुमित ने बड़ी कोशिश की मोलभाव करने की तो पैतालीस में डील हुई। सुमित वापस आया आ करके बॉस को बताया की सर पैतालीस रुपए किलो के भाव से मिल सकते है।इससे कम में नहीं मिलेंगे। अबकी बार बॉस ने यही टास्क पंकज को दिया और कहा की जाओ सब्जी मंडी में जाना और पता करके आना की आम का भाव क्या है?
पंकज भी सब्जी मंडी गया। उसको भी वही फल वाला मिला। जो पचास रुपए किलो बेच रहा था। उसने मोलभाव किया और आकर के बॉस को बताया। और तब बताया जब सुमित भी था। बताया की वैसे तो आम पचास रुपए किलो बिक रहे है। लेकिन हम दस किलो आम खरीदते है तो चालीस में दे देगा और यदि उसके पूरे पचास किलो आम खरीदते है तो पैतीस में देने को तैयार है। जहाँ पंकज ने कहना ख़त्म किया उसके बॉस ने कहा देखा यही वो खूबी है जो तुम्हारे दोस्त को तुमसे आगे ले जा रही है। वो सिर्फ हार्ड वर्क नहीं करता बल्कि स्मार्ट वर्क भी करता है और जब इसका प्रमोशन होता है तो तुम्हे ऐसा लगता है की मै इसके तरफ हूँ
छोटी सी कहानी है लेकिन हम सबको सिखाती है की ज़िंदगी में सक्सेस का फार्मूला हार्ड वर्क और स्मार्टवर्क है। सिर्फ मेहनत करते मत रह जाना ध्यान रखना की मेहनत के साथ स्मार्टनेस भी जरुरी है। तो अब कर दिखाओ ऐसा की दुनिया करना चाहे आपके जैसा।
तो कैसे लगी स्टोरी हमें कमेंट में जरूर बताये।